आशिकी
(निकिता अनिलराव भगत)
एक दिल के पास तुही है
तेरे लिये हि ये धडकन है
तेरे प्यार कि हद नही...
वो प्यार हि क्या जो हद के
पार नही ||...
दिल कि दुनिया मे अब सिर्फ तुम हो
यह इश्क़ का इजहार नही..
तेरी दिवानगी का फितूर हि सही....
पर वोह इश्क़ हि क्या जिसमे दिवानगी नही ||...
लम्हा लम्हा इंतजार का....
युही गुजर जायेगा....
हम शायद आपके काबील नही
...
पर फिर भी आप को हम से
प्यार हो जायेग ||..
नाजूक यह घडी मुलाकात कि है ....
थोडे डरे आप,हम भी तोह सहमे से है....
पल युही न ये गुजर जाये...
लब्जो कि पहल भी तोह जरुरी
है||
आप को युही निहारते रहे हम ....
इतना खूबसूरत मेरा साजन है....
अब यह इश्क़ नही हमारे बस मे...
बस तुही मेरी एक जन्नत है
||
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