ना हैं किसीको खबर
फिर भी वोह हैं इधर
जूनून मैं उसके
जाएगी वो बिखर
संभल के ये हसीना
अनजान हैं यह डगर
कल क्या हो किसे पता
तू रह ना युही बेखबर
दहशत हैं उसकी
छा रही हैं सबपर
कत्ल पे कत्ल हो गये
किसे पता वो हैं किधर
कभी ना वो
सामने आएगा
पीछे से ही
मार जायेगा
मत भूल तू
वोह हैं यहाँ
संभल जा ..
खुद को बचा
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